जल संरक्षण की वर्तमान में प्रासंगिकता

Authors

  • Bhagyashri Dhurve Research Scholar, School of Studies in History, Pt. Ravishankar Shukla University, Raipur, Chattigsarh
  • Dr. Banso Nuruti Asst. Professor, School of Studies in History, Pt. Ravishankar Shukla University, Raipur, Chattigsarh

Abstract

जल समस्त जीव के लिये आवश्यक अंग है । जल संकट सम्पूर्ण विश्व के लिये एक गम्भीर समसया है। यह समस्या क्यों इतनी विकराल होती जा रही है, इसकी जड़ में जाने की जहमत कोई सरकार उठाने को तैयार नहीं है। जल संकट की मौजूदा स्थिति में पानी की बरबादी का बड़ा योगदान है। राष्ट्रीय जल नीति -2002 के अनुसार भारत में पानी की बढ़ती मांग के कारण पानी, जो अल्प मात्रा  साथ ही साथ पानी की मांग बढ़ रही है। इस बढ़ती माँग को पूरा करने के लिये हमें सभी संसाधनों द्वारा उपलब्ध जल को पूर्ण रूप से संरक्षण करके उपयोग में लाना होगा ।

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Published

2024-11-28

How to Cite

Dhurve, B., & Nuruti, B. (2024). जल संरक्षण की वर्तमान में प्रासंगिकता. AGPE THE ROYAL GONDWANA RESEARCH JOURNAL OF HISTORY, SCIENCE, ECONOMIC, POLITICAL AND SOCIAL SCIENCE, 5(11), 67–70. Retrieved from https://agpegondwanajournal.co.in/index.php/agpe/article/view/396