स्त्रियों के सामाजिक परिवर्तन मे ज्योतिराव फुले का योगदान

Authors

  • Dr. Nisha V. Chaudhary Assistant Professor, Department of Sociology Adarsh Art, Science and Commerce college Aheri, Gadchiroli, M.S

Keywords:

Mahatma Jyotiba Phule, Women education

Abstract

स्त्रियों के बारे में समाज परिवर्तक ज्योतिराव फुले के दिल में परीवर्तन की ज्योत जागृत हुई वह अपने मित्र के साथ मराठवाड़ा के अहमदनगर शहर पहुंचे। उनके मित्रों को सरकारी नौकरी नहीं मिली थी इसलिए दोनों संग वहीं पहुंचे। अहमदनगर में अमेरिकन क्रिश्चियन लड़कियों के स्कूलों को देखने गए जो मिशन द्वारा चलाई जा रही थी। ज्योतिराव फुले ने उस स्कूल की प्राचार्या से मुलाकात कि। उस क्रिश्चियन मिशनरी स्कूल की प्राचार्या का कार्य देखकर वे बहुत प्रभावित हुए और उनके जीवन में यह धारणा बन गई कि यदि स्त्रियों को, लड़कियों को शिक्षा दी जाए तो वह परिवार में पुरानी रूढी, परंपराओंसे और ब्राह्मणों के वेद, पुराण आदि भयंकर रीति-रिवाजों से परिवार में बदलाव कर अन्याय-अत्याचार, सती प्रथा और अपमान भरी जिंदगी से मुक्ति पा सकती है।

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Published

2022-01-30

How to Cite

Chaudhary, N. (2022). स्त्रियों के सामाजिक परिवर्तन मे ज्योतिराव फुले का योगदान. AGPE THE ROYAL GONDWANA RESEARCH JOURNAL OF HISTORY, SCIENCE, ECONOMIC, POLITICAL AND SOCIAL SCIENCE, 3(1), 9–12. Retrieved from https://agpegondwanajournal.co.in/index.php/agpe/article/view/57